Ncert solutions class 10 science chapter 6

NCERT Solutions For Class 10 Science Chapter 6 Life Processes: In this lesson, you will get all the necessary information about NCERT Solutions For Class 10 Science Chapter 6 Biological Processes.

Those students who are planning to make their career in the field of medicine can well mention this as biology plays a major role in the medical field. Students having good knowledge on Life Processes Class 10 NCERT Solutions will be able to easily crack competitive exams like NEET, AIIMS,  etc.

In Chapter 6 of NCERT Solutions for Class 10 Science, we get to know about various factors which contribute to the survival of an animal. class 10 science chapter 6 This chapter briefly discusses the various processes that are necessary for the existence and maintenance of life such as respiration, nutrition,

transport of materials and digestion. Excretion of food Various modes of nutrition are discussed in detail such as autotrophic and heterotrophic nutrition. A brief idea about the human digestive process,

from the ingestion of food, the passage of food through the alimentary canal, the absorption of food, to the stage when the digested food is ready to be excreted. This is a board scoring chapter Students They score well in this, read Ncert book and if any problem comes, learn bseb our website, get all problem solutions..

NCERT Solutions For Class 10 Science Chapter 6 Life Processes: इस पाठ में, आप NCERT Solutions For Class 10 Science Chapter 6 जैव प्रक्रम के बारे में सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करेंगे।

वैसे छात्र जो चिकित्सा के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की योजना बना रहे हैं, वे इस अच्छे से उल्लेख कर सकते हैं क्योंकि जीव विज्ञान चिकित्सा क्षेत्र में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। जीवन प्रक्रियाओं पर अच्छी ज्ञान रखना वाले छात्र कक्षा 10 एनसीईआरटी समाधान एनईईटी, एम्स, जेआईपीएमईआर इत्यादि जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं को आसानी से क्रैक करने में सक्षम होंगे NCERT Solutions for Class 10 Science के अध्याय 6 में, हमें विभिन्न कारकों के बारे में जानने को मिलता है

जो किसी प्राणी के जीवन जीने में योगदान प्रदान करते हैं।class 10 science chapter 6 यह अध्याय उन विभिन्न प्रक्रियाओं पर संक्षेप में चर्चा करता है जो जीवन को बनाए रखने और बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं जैसे श्वसन, पोषण, सामग्री का परिवहन और पचे हुए भोजन का उत्सर्जन। पोषण के विभिन्न तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई है जैसे कि स्वपोषी और विषमपोषी पोषण। मानव पाचन प्रक्रिया के बारे में एक संक्षिप्त विचार,

भोजन के अंतर्ग्रहण से, आहार नली के माध्यम से भोजन का मार्ग, भोजन का अवशोषण, उस चरण तक जब पचाया भोजन उत्सर्जित होने के लिए तैयार होता यह एक बोर्ड मे स्कोरिंग अध्याय है छात्र-छात्रा इसमे अच्छा स्कोर करते है Ncert book पढ़े और अगर कोई प्रॉब्लम आये हमारे वेबसाइट learn bseb सभी प्रॉब्लम समाधान पाये..

जैव प्रक्रम

1. हमारे जैसे  बहुकोशिकीय जीवों में ऑक्सीजन की आवश्यकता पूरी करने में विसरण क्यों अपर्याप्त है ?

      उत्तर :- विसरण  क्रिया  द्वारा बहुकोशिकीय जीवों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन शरीर के प्रत्येक अंग में नहीं पहुंचाय  जा सकती  है | बहुकोशिकीय जीवों में ऑक्सीजन बहुत आवश्यक होता है | बहुकोशिकीय जीवों की संरचना अति जटिल होती है | अतः प्रत्येक अंग को ऑक्सीजन की    आवश्यकता होती है | जो विसरण क्रिया नहीं पूरी कर सकती है |

2. कोई  वस्तु  सजीव है , इसका निर्धारण करने के लिए हम किस मापदंड का उपयोग करेंगे ?

उत्तर :- सजीव वस्तुएं निरंतर  गति करती रहती  है | चाहे वे  सुप्त अवस्था में ही हो  |  बाह रूप से वे अचेत दिखाई देते है | उनके अणु गतिशील रहते है | इसमें उनके जीवित होने का प्रमाण मिलता है |

3. किसी जीव द्वारा किन कच्ची सामग्रियों का उपयोग किया जाता है ?

उत्तर :- जीवों को  शारीरिक वृद्धि के लिए बाहर से अतिरिक्त कच्ची सामग्री की आवश्यकता होती है | पृथ्वी पर जीवन कार्बन अणुओ पर आधारित  है | अतः यह खाद्य पदार्थ कार्बन पर निर्भर है | ये कार्बनिक यौगिक भोजन का ही अन्य रूप है | इनमे ऑक्सीजन व कार्बन  – डाइऑक्साइड का आदान प्रदान प्रमुख है | इसमें अतिरिक्त जल व खनिज लवण अन्य है | हरे – पौधे इन कच्चे पदार्थ साथ सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में स्टार्च का निर्माण होता है |

4. जीवन के अनुरक्षण के लिए आप किन  प्रक्रमों को  आवश्यक मानेगे ?

उत्तर :- अनेक  जैविक क्रिया जीवन  के अनुरक्षण के लिए आवश्यक है जैसे :- पोषण ,गति , श्वसन ,वृद्धि एवं , उत्सर्जन

1. स्वयंपोषी पोषण तथा विषमपोषी  में क्या अंतर है ?

उत्तर :-

2. प्रकाश संश्लेषण के  लिए आवश्यक कच्ची सामग्री पौधा कहाँ से प्राप्त करता है ?

उत्तर :-

  • जल :- पौधे की जड़े भूमि से जल प्राप्त करती है |
  • कार्बनडाइऑक्साइड :- पौधे इसे वायुमंडल से रंध्रों द्वारा प्राप्त करते है |
  • क्लोरोफिल हरे पत्तों में क्लोरोप्लास्ट होता है , जिसमे क्लोरोफिल मौजूद होता है |
  • सूर्य का प्रकाश :- सूर्य द्वारा इसे प्राप्त करते है |

3. हमारे आमाशय में अम्ल की भूमिका क्या है ?

उत्तर :- हमारे आमाशय में  हाइड्रोक्लोरिक अम्ल उपस्थित होता है | आमाशय में अम्लीय माध्यम का निर्माण करता है | इसी की मदद से  एन्जाम अपना कार्य करता है | HCL अम्ल हमारे भोजन में उपस्थित को  नष्ट कर देता है | HCL अम्ल आमाशय  में अपना  भोजन  को पचाने में सहायता करता है

4. पाचन एंजाइमो का क्या कार्य है ?

उत्तर :-पाचन एंजाइम भोजन को सरल , सूक्ष्म तथा लाभदायक पदार्थ में बदल  देता है | इस प्रकार से सरल पदार्थ छोटी आंत द्वारा अवशोषित क्र लिए जाते है |

5. पचे हुए भोजन को अवशोषित करने के लिए क्षुद्रता को कैसे अभिकल्पित किया गया है ?

उत्तर :-   पचा हुआ भोजन , श्दुरांत में  अवशोषित  होता है | क्षुद्रांत्र में हजारो सूक्ष्म , अंगुलीनुमा  विलाई होता है इसी कारण इनका  आंतरिक बढ़ जाता है क्षेत्रफल के बढ़ने से अवशोशण भी बढ़ जाता है | यह अवशोषित भोजन रुधिर में पहुँचता है |

1. श्वसन के लिए ऑक्सीजन प्राप्त करने की दिशा में एक जलीय जीव की अपेक्षा स्थलीय जीव किस प्रकार लाभप्रद है ?

उत्तर :- वातावरण में ऑक्सीजन की   पर्याप्त मात्रा पाई जाती है स्थलीय जीवों द्वारा आसानी से ली जाती है परन्तु जल में ऑक्सीजन की सूक्ष्म मात्रा होती है तथा वह जल में मिला होता है अतः जलीय जीव इस मिले ऑक्सीजन को लेने के लिए काफी गति से साँस लेते है तथा संघर्ष करते है |

2. ग्लूकोज के ऑक्सीजन से भिन्न जीवों में  ऊर्जा प्राप्त करने के विभिन्न पथ क्या है ?

उत्तर :- मांसपेशियों में  ग्लूकोज ऑक्सीजन  की पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीकृत हो ऊर्जा प्रदान करता है तथा ऑक्सीजन की कम मात्रा होने पर विश्लेषण होता है तथा लैक्टिक अम्ल बनना है जीवों की कोशिकाओं पथ  निम्न है |

  1.  वायवीय श्वसन:-  इस प्रक्रम  में ऑक्सीजन , ग्लूकोज को  खंडित कर जल तथा co2 में खंडित कर देती है | ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज विश्लेषित होकर 3 कार्बन परमाणु परिरवेट के   दो अणु निर्मित करता है |
  2. वायवीय श्वसन :- ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में यीस्ट में किण्वन क्रिया होती है तथा  पाइरूवेट  इथेनॉल व Co2  का निर्माण होता है |
  3. ऑक्सीजन की कमी  में लैक्टिक अम्ल का निर्माण होता है जिससे मांसपेशियों में क्रैम्प आते है  |

3. मनुष्यों में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन कैसे होता है ?

उत्तर :-मनुष्यों में ऑक्सीजन तथा कार्बन  – डाइऑक्साइड के परिवहन को श्वसन कहते है | यह प्रकिया फेफड़ो द्वारा संपन्न की जाती है | फेफड़ो में साँस के द्वारा पहुंची हुई वायु में से हीमोग्लोबिन ( लाल रक्त कण ) आक्सीजन को गहरा क्र के शरीर की सभी कोशिकाओ  तक’पहुँचता है | इस प्रकार ऑक्सीजन शरीर के प्र्तेक अंग  तक पहुँचता है | इसी प्रकार Co2  रक्त के सम्पर्क में आने पर उसके प्लाज्मा में घुल जाती है | यह Co2  प्लाज्मा के द्वारा पुरे  शरीर  से पुनः रक्त से वायु में चली जाती है और अतः में नासदावरा से  बहार कर दी जाती है |

4. गैस के विनिमय के लिए मानव -फुफ्फुस में अधिकतम क्षेत्र को कैसे अभिकल्पित किया है ?

उत्तर :-  मानव फुफ्फुस छोटी नालियों में बटा होती है | स्वसनी स्वसनिकाओ के बाद अंत में कुपिकाए  होती है जिनकी संरचना गुब्बरो के समान होती है कुपिकाए ही गैस  के परिवहन को सरल बनती है तथा एक विशाल क्षेत्र

1. मानव में वहन तंत्र के घटक कौन से है इन घटकों के क्या कार्य है ?

उत्तर :- मानव में वहन तंत्र के प्रमुख घटक है : हृदय , रुधिर  तथा  रुधिर वाहिकाएं | 

  1. ह्रदय :- ह्रदय एक पंप की तरह रक्त का शरीर के विभिन्न अंगों से आदान – प्रदान करता है
  2. रुधिर :- इनमे तीन रक्त कण होते है | इनका तरल माध्यम प्लाज्मा है | रक्त शरीर में Co2 , भोजन , जल ऑक्सीजन , तथा अन्य पदार्थों का वहन करती है | RCB कोशिकाओं Co2  तथा ऑक्सीजन गैस तथा अन्य पदार्थ का वहन करता है | WBC शरीर में बाहर से आए जीवाणुओं से लड़कर शरीर को रोग मुक्त करता है | प्लेटलेट्स चोट लगने पर वक्त को बहने से रोकता है

2. स्तनधारी तथा पक्षियों में ऑक्सीजनित तथा  विकसिजिनित रुधिर को अलग करना क्यों आवश्यक है ?

उत्तर :- स्तनधारी तथा पक्षियों को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो ग्लुकोच के खंडित होने पर प्राप्त होती है ग्लूकोज के खंडन के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है आक्सीजनित तथा विआक्सीजनित  रक्त  को अलग करके ही शरीर की इतनी ज्यादा मात्रा में ऊर्जा उपलब्ध करा सकती है |

3. उच्च संगठित पादप में वहन तंत्र के घटक क्या है ?

उत्तर :- उच्च संगठित पादप में वहन तंत्र के प्रमुख घटक है :

  1. जाइलम ऊतक
  2. फ्लोएम ऊतक

4. पादप में जल और खनिज लवण का वहन कैसे होता है ?

उत्तर :- पादप में जल और खनिज लवण का वहन जाइलम ऊतक करता है | जड़ो की कोशिकाएँ मृदा के  अंतर् होती है तथा वह आयन का आदान प्रदान करती है | यह जड़ के आयन में एक अंतर उतपन्न करता है | इस अंतर को समाप्त करने के लिए जल गति करते हुए जड़ में जाइलम में जाता है और -और जल के स्तभ  का निर्माण करता है , जो लगातार ऊपर की ओर धकेला जाता है | यह दाब जल को ऊपर तरफ पहुंचा नहीं सकता है | पतियों के  द्वारा वाष्पउतसर्जन क्रिया द्वारा जल हानि होती है , जो जल में उपसिथत कोशिकाओं द्वारा खींचता है अतः वाष्पउतसर्जन जल की गति के लिए मह्त्वपूण बल होता है

5. पादप में भोजन का स्थानांतरण कैसे होते है ?

उत्तर :- पत्तियां भोजन तैयार करती है | पत्तियों से भोजन स्थानांतरण पूरे पौधे में फ्लोएम वाहिकाएं करती है |

1.वृक्काणु ( नेफ्रॉन ) की रचना तथा क्रियाविधि  का उपयोग करते है | तथा  कार्बन – डाइआक्साइड श्वसन के लिए रधों द्वारा उपयोग में लाते है |

2. पौधे अधिक संख्या में उपस्थित जल को क्रिया द्वारा कम सकते है

3. पौधे कुछ अपशिष्ट पदार्थ को अपने  आस – पास के मृदा  को उत्सर्जित  होता है |

अभ्यास

1.मनुष्य में वृक्क एक तंत्र का भाग है जो संबंधित है

  1. पोषण
  2. श्वसन
  3. उत्सर्जन
  4. परिवहन

    उत्तर :-  d. परिवहन

2.पादप में जाइलम उत्तरदायी है

  1. जल का वहन
  2. भोजन का वहन
  3. अमीनो अम्ल का वहन
  4. ऑक्सीजन का वहन

उत्तर :-जल का वहन

3.स्वपोषी पोषण के लिए आवश्यक है

  1. कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल
  2. क्लोरोफिल
  3. सूर्य का प्रकाश
  4. उपरोक्त सभी |

उत्तर :-  उपरोक्त सभी |

4.पायरुवेट के विखंडन से यह कार्बन डाइऑक्साइड , जल तथा ऊर्जा देता है और यह क्रिया होती है

  1. कोशिका द्रव्य
  2. माइटोकांड्रिया
  3. सूर्य का प्रकाश
  4. उपरोक्त सभी

उत्तर :-  b  माइटोकांड्रिया   

5.हमारे शरीर में वसा का पाचन कैसे होता है ? यह प्रक्रम कहाँ होता है ?

उत्तर :- वसा का पाचन आहार नाल के क्षुद्रांत में यकृत द्वारा स्रावित बाइल रस वसा  को इमल्सीफाई करता है | अग्नाशय रस इस खंडित वसा को वसीय अम्ल और गिलसरोल मेंबदल देता है इस प्रकार वसा क्षुद्रांत में पचित हो जाती है |

6.भोजन के पाचन में लार की क्या भूमिका है ?

उत्तर :- मुँह में उपस्थित लार रस को स्रावित करती  है | इसमें सेलाइवरी एमाइलेज एंजाइम होता है | जो स्टॉच को माल्टोज शकरा में बदल देता है | इसी कारण कई बार अधिक चंबाने पर भोजन मीठा लगने लगता है |

7.स्वपोषी पोषण के लिए आवश्यक परिस्थितियों कौन सी है और उसके उपोत्पाद क्या है

उत्तर :- पृथ्वी पर केवल हरे – पौधे स्वपोषी होते है जो  अपना भोजन स्वयं बनाते है | इसके लिए कुछ परिस्थितियों की  आवश्यकता पड़ती  है जैसे :-

  1. पर्याप्त मात्रा में  जल जो जड़े अवशोषित करती है |
  2. सूर्य का प्रकाश व ऊर्जा |
  3. कार्बन डाइऑक्साइड गैस |

8. वायवीय तथा अवायवीय श्वसन में क्या अंतर है ? कुछ जीवों के नाम लिखिए जिनमें अवायवीय श्वसन होता है |

उत्तर :-   वायवीय श्वसन

  1. यह वायु की उपस्थिति में होता है |
  2. ग्लूकोज पूर्णत : विखंडित होता है |
  3. इसके अंतिम उत्पाद : Co2 , जल तथा ऊर्जा है |
  4. उदाहरण : सभी उच्च जीवधारी |

अवायवीय श्वसन:

  1. यह वायु की अनुपस्थिति में होती है | 
  2. ग्लूकोज का आंशिक विखंडित होता है |
  3. इसके अंतिम उत्पाद : इथाइल अल्कोहल व CO2
  4. उदाहरण : यीस्ट , फिताकृमि

9. गैस के अधिकतम विनिमय के लिए कुपिकाए किस प्रकार अभिकल्पित है ?

उत्तर :- कुपिकाए अपने गुब्बारे नुमा आकार के कारण वायु के आदान – प्रदान को  सरल बनती है और सतही क्षेत्रफल की वृद्धि करती है | वायु भरने पर ये कुपिकाए  फैल जाती है तथा फुस्फुस में परिवर्तन हो जाती है |

 10. हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के क्या परिणाम हो सकते है ?

उत्तर :- हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में आक्सीजन का वहन करता है | लाल रक्त कण में यदि इनकी कम हो जाती है तो शरीर के अंग को सुचारु रूप ऑक्सीजन नहीं मिल पता है | जिससे भोजन का आक्सीकरण पूर्णतः नहीं हो पता , जिससे ऊर्जा में भी कमी आती है और थकावट उतपन्न होती है | इसकी कमी से व्यक्ति एनीमिया से पीड़िता हो जाती है |

11. मनुष्य में दोहरा परिसंचरण की व्याख्या कीजिए | यह क्यों आवश्यक है ?

उत्तर :- मानव हृदय में रक्त दो बार संचालित होता है | इसके दोहरा परिसंचरण कहते है | इसी कारण ऑक्सिजनित और विऑक्सीजनित रुधिर एक – दूसरे से अलग रहता है | यदि ये बंटवारा न हो तो दोनों प्रकार के रक्त मिल जाएंगे और अंगों को पूर्ण रूप से ऑक्सीजन नहीं मिल पाएगा|  

12. जाइलम तथा फ्लोएम में पदार्थ के वहन में क्या अंतर है ?

 उत्तर

जाइलम द्वारा पदार्थ का वहन :

  1. इसमें जल एवं खनिज लवण केवल उपरिमुखी दिशा में संवाहित होते है |
  2. इसमें जल तथा लवण का संवहन दाब तथा वाष्पोत्सर्जन  कर्षण द्वारा होता है |

फ्लोएम

  1. इसमें भोजन , अमीनो अम्ल का संवहन दोनों दिशाओं में उपरिमुखी तथा अधोमुखी होती है |
  2. इसमें ATP ऊर्जा का प्रयोग होता है

13. फुफ्फुस मे कुपिकाओ की तथा वृक्क में ववकणु की रचना तथा क्रियाविधि की तुलना कीजिए |

उत्तर

कुपिका :

  1. कुपिका शुद्ध व अशुद्ध वायु का वहन करती है |
  2. कुपिकाओ का आकार छोटा होता है |
  3. कुपिका शरीर में रसायन Co2  गैस के रूप में निकलती है |

 वृक्काणु

  1. वृक्काणु  शुद्ध व अशुद्ध रुधिर वायु वहन करती है |
  2. वृक्काणु लूपदार बड़े का आकार के होते है |
  3. वृक्काणु शरीर में नाइट्रोजन युक्त रसायन मूत्र के रूप में निकलती है |

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