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अम्ल और क्षार: हम आपको NCERT solutions क्लास 10 विज्ञान चैप्टर 2 अम्ल और क्षार प्रदान करेंगे। यदि आप कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं में science अच्छा स्कोर करना चाहते है सिद्धांतों का उचित ज्ञान, प्रतिक्रियाओं, समीकरणों और सूत्रों का पर्याप्त अभ्यास और NCERT रसायन विज्ञान की पुस्तकों से प्रश्नों को हल करना बहुत महत्वपूर्ण है। अच्छे अंक प्राप्त करने हेतु प्रश्नों की अच्छी समाधान भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 2 अम्ल, क्षार और लवण
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अध्याय 2 :-अम्ल , क्षारक एवं लवण
1 पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए ?
उत्तर :- पीतल और तांबे के बर्तन में दही एवं खट्टे पदार्थ इसलिए नहीं रखना चाहिए क्योंकि दही में मौजूद लैक्टिक अम्ल होते है | जो पीतल और तांबा से अभिक्रिया करके हानिकारक ( विषैला ) यौगिक बनाते है | जिसके कारण ये खाने योग्य नहीं रह जाते है |
2 धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन सी गैस निकलती है ? एक उदाहरण के द्वारा समझाइए | इस गैस की उपस्थिति की जांच आप कैसे करेंगे ?
उत्तर :- धातु के साथ अम्ल अभिक्रिया होने पर सामान्यतः हाइड्रोजन गैस निकलती है |
2NaOH + Zn → Na2ZnO2 + H2O
जांच – जलती हुई मोमबत्ती के परखनली के मुँह के पास ले जाने से फट -फट अथार्त पराध्वनि उत्पन्न होती है
3 कोई धातु यौगिक ‘ A ‘ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती है इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबत्ती को बुझा देती है | यदि उत्पन्न यौगिक में एक से कैल्शियम क्लोराइड है , तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए |
उत्तर :- यदि धातु ‘A ‘ ( कैल्शियम कार्बोनेट ) है |
CaCO3(s)+2HCl(aq)→CaCl2(aq)+CO2(g)+H2O(l)
1 HCL , HNO3 यदि जलीय विलियन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते है , जबकि एल्कोहॉल
उत्तर :- HCL , HNO3 आदि जलीय विलियन में H+ आयन बनता है जिसके कारण ये अम्लीय अभिलक्षण को प्रदर्शित करते है , जबकि अल्कोहल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिक के विलयन में H+ आयन नहीं बनता है जिसके कारण ये अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित होते है |
2 अम्ल का जलीय विलयन क्यों विद्युत का चालन करता है ?
उत्तर :- अम्ल का जलीय विलयन विद्युत का चालन करता है क्योकि अम्ल जलीय विलयन में H+ आयन उत्पन्न करता है जिसके कारण ये कारण ये विधुत धारा का प्रवाह होता है |
3 शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को क्यों नहीं बदलती है ?
उत्तर :- शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को नहीं बदलती है क्योंकि जल के अनुपस्थित में HCL से H+ आयन उत्पन्न नहीं हो पाता है | सिर्फ जल की उपस्थिति में HCL से H+ आयन उत्पन्न होता है |
4 अम्ल को तनुकृत करते समय यह क्यों अनुशंसित करते है की अम्ल को जल में मिलाना चाहिए ,
उत्तर :- अम्ल को तनुकृत करते समय यह अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए , न कि जल को अम्ल क्योंकि जल को सांद्र अम्ल में मिलाने से वह तीव्र अभिक्रिया क्र विस्फोट करते है | इसके कई दुष्परिणाम हो सकते है | इसलिए हमें कभी भी जल को अम्ल में नहीं मिलाना चाहिए बल्कि हमें अम्ल को जल से मिलना चाहिए |
5 अम्ल के विलियन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन (H3O+ ) की सांद्रता कैसे प्रभावित हो जाती है ?
उत्तर :- अम्ल के विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन की सांद्रता में ( H3o+/OH- ) प्रति इकाई आयतन में कमी हो जाती है |
6 जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मिलाते है तो हाइड्रोक्साइड आयन ( OH- ) की सांद्रता प्रभावित होती है
उत्तर :- हाइड्रॉक्साइड आयन ( OH- ) की सांद्रता बढ़ जाती है |
1 आपके पास दो विलयन ‘A’ एवं ‘B ‘ है | विलयन ‘A ‘ के pH का मान 6 है एवं विलयन ‘B ‘ के pH का मान 8 है | किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक है ? इनमे से कौन क्षारकीय ?
उत्तर :- A विलयन : pH =6 , pH < 7
B विलयन : pH =8, pH < 7
A विलयन में आयन की सांद्रता अधिक है |
2. H+ (aq) आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर :- जैसे – जैसे हाइड्रोजन आयन H+(aq ) आयन कि सांद्रता बढ़ती है विलयन और अधिक अम्ल होता है |
3 क्या क्षारकीय विलयन में (aq ) आयन होते है ? अगर हाँ , तो यह क्षारकीय क्यों होते है ?
उत्तर :- हाँ , H+ आयन क्षारकीय है परन्तु इसकी सांद्रता (OH- ) आयनों की सांद्रता से कम होती इसलिए यह क्षारकीय होते है |
4 कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थति में बिना बुझा हुआ चुना ( कैल्शियम ऑक्साइड ) , बुझा हुआ चुना ( कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड ) या चॉक ( कैल्शियम कार्बोनेट ) का उपयोग करेगा ?
उत्तर :- कोई किसान खेत मृदा की अम्लीय परिस्थितियों में बिना बुझा हुआ चूना ( कैल्शियम ऑक्साइड ) , बुझा हुआ चुना ( कैल्शियम हाइड्राक्साइड ) या चॉक ( कैल्शियम कार्बोनेट ) का उपयोग मिट्टी को उदासीन बनाने के लिए करेगा |
1 यौगिक का प्रचलित नाम क्या है ?
उत्तर CaOCl2 यौगिक का प्रचलित नाम विरंजक चूर्ण है |
2 उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनता है
उत्तर :- शुष्क बुझा हुआ चुना |
3. कठोर जल को मृद करने के लिए सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है |
उत्तर :- कठोर जल को मृदु करने के लिए सोडियम कार्बोनेट जिस धोने का सोडा भी कहते है |
4 सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा ? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए |
उत्तर :- सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर निम्न अभिक्रिया होगा –
5 प्लास्टर ऑफ पेरिस की जल के साथ अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए
उत्तर :- CaSO4 . ½H2O + 1½ H2O = CaSO4 . 2 H2O
अभ्यास
- कोई विलयन लाल लिटमस को नीला कर देता है इसका pH संभवतः क्या होगा ?
- 1
- 4
- 5
- 10
उत्तर :- (d ) 10
- कोई विलयन अंडे के पिसे हुए कवच से अभिक्रिया कर एक गैस उत्पन्न करता है जो चूने के पानी को दूधिया कर देती है | इस विलयन में क्या होगा ?
- NaCl
- HCl
- Licl
- KCl
उत्तर :- (b ) HCL
- NaOH का 10 ml विलयन , HCl के 8 ml विलयन से पूर्णतः उदासीन हो जाता है | यदि हम NaOH के उसी विलयन का 20 ml ले तो इसे उदासीन करने के HCl के उसी विलयन की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी
- 4 ml
- 8 ml
- 12 ml
- 16 ml
उत्तर :- ( d ) 16 ml
- अपच का उपचार करने के लिए निम्न में से किस औषधि का उपयोग होता है ?
- एंटीबायोटिक ( प्रतिजैविक )
- एनाल्जेसिक ( पीड़ाहरी )
- ऐन्टैसिड
- एन्टिसेप्टिक ( प्रतिरोधी )
उत्तर :- (c ) ऐन्टैसिड
- निम्न अभिक्रिया पहले शब्द – समीकरण लिखिए तथा उसके बाद संतुलित समीकरण लिखिए :
- तनु सल्फ्यूरिक अम्ल दानेदार जिंक के साथ अभिक्रिया करता है |
- तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता है |
- तनु सल्फ्यूरिक अम्ल एलुमिनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता है |
- तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लौह के रेतन के साथ अभिक्रिया करता है |
उत्तर :-
(a) Zn (s) + H2SO4 (aq) = ZnSO4 (aq) + H2 (g)
(b) Mg (s) + 2HCl (aq) = MgCl2 (aq) + H2 (g)
(c) 2Al (s) + 3H2SO4 (aq) = Al2(SO4)3 (aq) + H2 (g)
(d) Fe(s) + 2HCl (aq) = FeCl2 (aq) + H2 (g)
- ऐल्कोहल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिकों में भी हाइड्रोजन होते है लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल की तरह नहीं होते है | एक क्रियाकलाप द्वारा इसे साबित कीजिए |
उत्तर :- ग्लूकोज , ऐल्कोहल , हाइड्रोक्लोरिक अम्ल , सल्फ्यूरिक अम्ल आदि का विलयन लीजिए | एक कार्क कीले लगाकर कॉर्क को 100ml के बीकर में रख दीजिए | अब किलो को 6 वोल्ट की एक बैटरी के दोनों टर्मिनलो के साथ बल्ब तथा स्विच माध्यम से जोड़ दीजिए | अब बीकर में थोड़ा तनु अम्ल HCL डालकर विधुत धारा प्रवाहित कीजिए | इसी क्रिया को तनु सलूफायरिक अम्ल के साथ दोहराइए | एल्कोहॉल एवं ग्लूकोच जैसे यौगिक में भी हाइड्रोजन होते है लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल की तरह नहीं होता है क्योकिं ये आयन नहीं बनाता है |
- आसवित जल विद्युत का चालक क्यों नहीं होता | जबकि वर्षा जल होता है ?
उत्तर आसवित जल शुद्ध होते है | इसलिए इसमें विद्युत का चालक नहीं होते है क्योकि विधुत के चालन के लिए आयनों की आवश्यकता होती है | जबकि वर्षा जल में विधुत का चालन होता है कूकी इनमे थोड़ा मात्रा में अम्ल विधमान रहता है | जोकी वायु में उपस्थित सल्फर – डाईऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइआक्साइड के साथ मिलकर इसे अम्लीय बना देते है | अम्लीय होने के कारन H+ आयन उत्पन्न करते है जिसके कारण विद्युत का चालन होता है |
8 . जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है ?
उत्तर :- जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय नहीं होता है क्योकि जल में उपस्थित आयन अम्ल से अलग हो जाते है
- पांच विलयन A , B , C , D तथा E की जब सार्वत्रिक सूचक से जांच की जाती है तो pH के मान क्रमश : 4 , 1 , 11 , 7 एवं 9 प्राप्त होते है | कौन सा विलयन :
- उदासीन है ?
- प्रबल क्षारीय है ?
- प्रबल अम्लीय है ?
- दुर्बल अम्लीय है ?
- दुर्बल क्षारीय है ?
pH के मान को हाइड्रोजन आयन की सांद्रता के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए |
विलयन pH का मान सार्वत्रिक सूचक से जांच
A 4 दुर्बल अम्लीय है
B 1 प्रबल अम्लीय है
C 11 प्रबल क्षारीय है
D 7 उदासीन है
E 9 दुर्बल क्षारीय है
आयन की सांद्रता जैसे – जैसे बढ़ती है pH का मान उसी प्रकार घटता है |
C <E <D <A <B
- परखनली ‘A ‘ एवं ‘B ‘ में समान लम्बाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिए | परखनली ‘A ‘ में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल ( HCl ) तथा परखनली ‘B ‘ में एसिटिक अम्ल ( ) डालिए | दोनों अम्लों की मात्रा तथा सांद्रता समान है | किस परखनली में अधिक तेजी से बुदबुदाहट होगी तथा क्यों ?
उत्तर :- परखनली ‘ A ‘ में अधिक बुदबुदाहट होगी क्योकि हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एसेटिक अम्ल से अधिक प्रबल अम्ल है |
11 . ताजे दूध के pH का मान 6 होता है | दही बन जाने पर इसका pH में क्या परिवर्तन होगा ? अपना उत्तर समझाइए
उत्तर :- ताजे दूध के pH का मान 6 होता है | दही बनने के प्रकिया में लैक्टिक अम्ल का निर्माण होता है | इस लिये दही के pH का मान 6 से कम होगा |
12 . एक ग्वाला ताजे दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिलता है |
- ताजा दूध के pH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है ?
- इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है ?
उत्तर
- ताजा दूध के pH का मान 6 से बदल क्र थोड़ा क्षारीय इसलिए बना देता है क्योकि दूध में उपस्थित लेक्टोबेसिलस जीवाणु दूध को अम्लीय बना देता है | दूध में इश्लीय बेकिंग सोडा मिलाया जाता है ताकि दूध लम्बे समय क्षारीय बना रहे जिससे यह लम्बे समय तक बना रहे |
- इस दूध को दही बनने में अधिक समय इसलिए लगता है क्योकि इस प्रक्रिया में बना लेक्टिक अम्ल ताजे दूध में मिला क्षारक ( बेकिंग सोडा ) को पहले उदासीन करता है फिर इसे अम्ल में बदल देता है जिसके कारण दही बनता है |
13 . प्लास्टर ऑफ पेरिस को आद्र -रोधी बर्तन में क्यों रखा जाना चाहिए | इसकी व्याख्या कीजिए |
उत्तर :- प्लास्टर ऑफ पेरिस की आद्रता – रोधी बर्तन में इसलिए रखा जाना चाहिए क्योंकि यह आद्रता की उपस्थिति में जल की अवषोशित कर ठोस पदार्थ जिप्सम बनती है | जिसके कारण इसमें जल के साथ मिलकर जमने का गुण नष्ट हो जाता है |
14 . उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है ? दो उध्दरण दीजिए |
उत्तर :- वह अभिक्रिया जिसमें क्षारक एवं अम्ल अभिक्रिया कर जल एवं लवण का निर्माण करते है इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते है इस अभिक्रिया में अम्ल तथा क्षारक एक दूसरे के प्रभाव को खत्म कर या उदासीन बना देते है
15 . धोने का सोडा एवं बेकिंग सोडा के दो – दो प्रमुख उपयोग बताइए |
उत्तर :- धोने का सोडा के उपयोग
- सोडियम कार्बोनेट का उपयोग काँच , साबुन एवं कागज उद्योग में होता है |
- इसका उपयोग बोरेक्स जैसे सोडियम यौगिक के उत्पादन में होता है |
बेकिंग सोडा के उपयोग
- इसका उपयोग सोडा – अम्ल अग्निशामक में भी किया जाता है
- बेकिंग सोडा का उपयोग खाने के चीजों को मुलायम , स्पंजी एवं खस्ता बनाने के लिए किया जाता है